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जननी सुरक्षा योजना

                     जननी सुरक्षा योजना

यह योजना 100% केन्द्र प्रयोजित योजना है।इस योजना को ऐसे राज्यों और क्षेत्रों में आरम्भ किया गया है जहाँ संस्थागत प्रसव की मांग और सुविधा की कमी है। यह योजना यह सुनिश्चित करने से सम्बन्धित है कि प्रसव पर जन्म कुशल परिकरों द्वारा कराया जाए जिससे मातृत्व मृत्यु दर को कम किया जा सके।

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चैत्य विहार कुछ शैल कृत बौद्ध गुफाओं को चैत्य कहते हैं। जबकि अन्य को विहार। दोनो में मूल अंतर यह है कि चैत्य पूजा स्थल होते हैं  जबकि विहार निवास स्थल होते हैं। चैत्य का शाब्दिक अर्थ होता है चिता सम्बन्धी।शवदाह के पश्चात बचे हुये अवशेषों को भूमि में गाड़कर जो समाधियाँ बनाई जाती हैं  उसे प्रारम्भ में चैत्य या स्तूप कहा गया। इन समधियों में महापुरुषो के धातु अवशेष सुरक्षित थे। अतः चैत्य उपासना के केंद्र बन गए। चैत्य के समीप ही भिक्षुओं को रहने के लिए आवास बनाये गए जिन्हें विहार कहते हैं।