यक्षगान एक थियेटर का प्रकार है जिसमें नृत्य, संगीत, संवाद, वेशभूषा और साजसज्जा आदि का एक विशेष प्रकार से मिश्रण होता है। यक्षगान,कर्नाटक संगीत या भारतीय संगीत से भी ज्यादा अलग है। ऐसा माना जाता है कि उसका वास्तविक स्वरूप कर्नाटक व केरल में बचा हुआ है।